सब कुछ ख़ुलासा देखिए

जिस्म क्या है रूह तक सब कुछ ख़ुलासा देखिए आप भी इस भीड़ में घुसकर तमाशा देखिए जो बदल सकती है इस दुनिया के मौसम का मिजाज़ उस युवा पीढ़ी के चेहरे की हताशा देखिए जल रहा है देश, ये बहला रही है क़ौम को किस क़दर अश्लील है संसद की भाषा देखिए मत्स्यगंधा फिर कोई होगी किसी ऋषि का शिकार दूर तक फैला हुआ गहरा कुहासा देखिए © Adam Gaundavi : अदम गौंडवी