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मेरे हमसफ़र

किसी राह में, किसी मोड़ पर
कहीं चल न देना तू छोड़ कर
मेरे हमसफ़र, मेरे हमसफ़र

किसी हाल में, किसी बात पर
कहीं चल न देना तू छोड़ कर
मेरे हमसफ़र, मेरे हमसफ़र

मेरा दिल कहे कहीं ये न हो
नहीं ये न हो, नहीं ये न हो
किसी रोज़ तुझसे बिछड़ के मैं
तुझे ढूंढती फिरूँ दर-ब-दर
मेरे हमसफ़र, मेरे हमसफ़र

तेरा रंग साया बहार का
तेरा रूप आईना प्यार का
तुझे आ नज़र में छुपा लूँ मैं
तुझे लग न जाए कहीं नज़र
मेरे हमसफ़र, मेरे हमसफ़र

तेरा साथ है तो है ज़िन्दगी
तेरा प्यार है तो है रौशनी
कहाँ दिन ये ढल जाए क्या पता
कहाँ रात हो जाए क्या ख़बर
मेरे हमसफ़र, मेरे हमसफ़र

फिल्म : मेरे हमसफ़र
संगीतकार : कल्याण जी- आनन्द जी
स्वर – मुकेश-लता मंगेशकर

© Anand Bakshi : आनन्द बख्शी

 

कुछ तो लोग कहेंगे

कुछ तो लोग कहेंगे, लोगों का काम है कहना
छोड़ो बेकार की बातों में, कहीं बीत न जाए रैना

कुछ रीत जगत् की ऐसी है, हर एक सुब्ह की शाम हुई
तू कौन है, तेरा नाम है क्या, सीता भी यहाँ बदनाम हुई
फिर क्यूँ संसार की बातों से, भीग गए तेरे नैना

हमको जो ताने देते हैं, हम खोए हैं इन रंगरलियों में
हमने उनको भी छुप-छुप के, आते देखा इन गलियों में
ये सच है, झूठी बात नहीं, तुम बोलो ये सच है ना

फिल्म : अमर प्रेम (1971)
संगीतकार : राहुल देव बर्मन
स्वर : किशोर कुमार

© Anand Bakshi : आनन्द बख्शी

 

ये रातें नई-पुरानी

ये रातें नई-पुरानी
आते-जाते कहती हैं कोई कहानी

आ रहा है देखो कोई, जा रहा है देखो कोई
सबके दिल हैं जागे-जागे, सबकी ऑंखें खोई-खोई
ख़ामोशी से करती है बातें

क्या समा है, जैसे ख़ुश्बू उड़ रही हो कलियों से
गुज़री हो निंदिया में पलकों की गलियों से
सुन्दर सपनों की बारातें

कौन जाने कब चलेंगी किस तरफ़ से ये हवाएँ
साल भर तो याद रखना, ऐसा ना हो भूल जाएँ
इस रात की मुलाक़ातें

फिल्म : जूली
संगीतकार : राजेश रोशन
स्वर : लता मंगेशकर

© Anand Bakshi : आनन्द बख्शी