सावन का महीना पवन करे सोर

सावन का महीना पवन करे सोर जियरा रे झूमे ऐसे जैसे बन मा नाचे मोर रामा गजब ढाए ये पुरवइया नइया संभालो कित खोए हो खिवइया पुरवइया के आगे, चले न कोई जोर मौजवा करे क्या जाने, हमको इसारा जाना कहाँ है पूछे, नदिया की धारा मर्ज़ी है तुम्हारी, ले जाओ जिस ओर जिनके बलम बैरी, गए हैं बिदेसवा आई हैं ले के उनके, प्यार का संदेसवा काली मतवारी, घटाएँ घनघोर फिल्म : मिलन संगीतकार : लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल स्वर : मुकेश-लता मंगेशकर © Anand Bakshi : आनन्द बख्शी