गाड़ी चली गई थी

डाली से रूठ कर के जिस दिन कली गई थी
बस उस ही दिन से अपनी क़िस्मत छली गई थी
अंतिम मिलन समझ कर उसे देखने गया तो
था प्लेटफॉर्म खाली गाड़ी चली गई थी

© Vishnu Saxena : विष्णु सक्सेना