ध्वजारोहण शौर्य शांति और समृध्दि को काले पहिए से बांधकर बाँस पर लटका दिया गया है मेरे देश में! © Dhananjaya Singh : धनंजय सिंह Related posts: इरेज़ चिड़ियों को पता नहीं Anuj Tyagi : अनुज त्यागी मेरी नींद चुराने वाले दोहे प्यार भरे गीत फ़रोश हम उलझ रहे हैं इधर भी गधे हैं, उधर भी गधे हैं तुम गंध बनी, मकरंद बनी अपनी आवाज़ ही सुनूँ कब तक बीड़ी जलइले रुकना इसकी रीत नहीं है बूंद टपकी स्मृतियाँ प्रेम क्या है मक़सद वसंत भविष्य जाने तुमसे क्या छूटा है चुप्पियाँ तोड़ना जरुरी है