आज तो मुझसे न शरमाओ! आज तो मुझसे न शरमाओ, तुम्हें मेरी क़सम है रूप पर पहरा न बिठलाओ, तुम्हें मेरी क़सम है ये मधुर मुस्कान, लालिम होंठ, ये पलकें लजीलीं चांद को घेरे हुए ये नाग जैसी लट हठीली प्यार इनको आज सिखलाओ, तुम्हें मेरी क़सम है ये महकती रात ये ठण्डी हवाओं के झखोरे गोद में आकाश की ये चांदनी के अंग गोरे बात इनकी मान भी जाओ, तुम्हें मेरी क़सम है © Gopaldas Neeraj : गोपालदास ‘नीरज’ फिल्म : सती नारी (1965) संगीतकार : शिवराम स्वर : महेन्द्र कपूर