मेरे अंधेरे बंद मकान के खुले आंगन में कैक्टस नहीं उगते मनीप्लांट ख़ूब फैलता है लोग कहते हैं पौधों में चेतना नहीं होती। Vishnu Prabhakar : विष्णु प्रभाकर
मेरे अंधेरे बंद मकान के खुले आंगन में कैक्टस नहीं उगते मनीप्लांट ख़ूब फैलता है लोग कहते हैं पौधों में चेतना नहीं होती। Vishnu Prabhakar : विष्णु प्रभाकर