नूतन वर्ष

लिए लघुता अगर जीवन उचित आदर्श हो जाए हमारा नाम भर सुनकर किसी को हर्ष हो जाए किसी की मुस्कुराहट मोल लें आंसू अगर अपने सफल हर अर्थ में ही तब ये नूतन वर्ष हो जाए © Manisha Shukla : मनीषा शुक्ला