Vishnu Saxena : विष्णु सक्सेना

विष्णु सक्सेना “गीतों का राजकुमार” के उपनाम से प्रसिद्ध है। उनकी कविता का निर्दिष्ट गुण प्रेम और स्नेह का विशिष्ट सार और स्वाद है। कवि विष्णु सक्सेना की भावनात्मक, गहरी और भावपूर्ण कविता को दुनिया भर में सराहा गया है। उनका गीत कौशल और गीत का प्रस्तुति उनके कार्यक्रम को अद्भुत बना है। कवि विष्णु सक्सेना की मधुर और मधुर शैली काफी मनमोहक है। भावनाओं को मधुर तरीके से चित्रित करने में कवि विष्णु सक्सेना अत्यधिक कुशल हैं। यह अच्छा और शानदार लगता है जब कवि विष्णु सक्सेना अपनी कविता और भावनाओं के बीच एक भावनात्मक सेतु बनाते हैं। कवि विष्णु सक्सेना की जादुई आवाज़ को केवल भारत में ही प्यार किया गया है, बल्कि कई अन्य विदेशी देशों में भी शामिल है जन्म: 12 जनवरी: 50 वर्ष, सहादतपुर, सिकंदराराऊ, हाथरस (उ.प्र।) शिक्षा: बी। ए। सुश्री। (राजस्थान वीवी, जयपुर) सम्मान: मनहर शंकर, देवीलाल सम्मान सम्मान, सर्वश्रेष्ठ गीतकार पुरस्कार, अंकर तिवारी पुरस्कार, जनहित सम्मान, सुनील बजाज सम्मान, निर्झर साहित्य सम्मान, तुलिका साहित्य सम्मान, श्याम बाबा स्मृति सम्मान, महादेवी वर्मा सम्मान, कीर्तिमान सम्मान, गोपाल सिंह तुलसी माखन स्मृति सम्मान, मेघश्याम स्मृति सम्मान, हरिवंश राय बच्चन पुरस्कार, राष्ट्रीय कवि मैथिली शरण गुप्त सामंथा आदि कई राष्ट्रीयताओं ने अंतर्राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय सम्मानों से सम्मानित किया। उपलब्धियां: 1. देश के प्रतिष्ठित पत्रों में साहित्यिक और चिकित्सा संबंधी लेखों का निरंतर प्रकाशन। 2. आकाशवाणी और दूरदर्शन का राष्ट्रीय प्रसारण – इंडिया टीवी, सब टीवी, लाइव इंडिया टीवी, उत्तर प्रदेश की श्रंखलाओं से ईटीवी कविता पाठ आदि। केट्स-शंख और दीप, सीडी-लव कविता, आप का हिस्सा 4. संकलन- मुझे शहद, विश्वास का शिखर, भावना का स्वर नहीं मिल सकता, मैं सुगंध का आनंद ले रहा हूं।

This entry was posted in Poets on by .