मैं तो झोंका हूँ

मैं तो झोंका हूँ हवाओं का उड़ा ले जाऊंगा जागती रहना, तुझे तुझसे चुरा ले जाऊंगा हो के क़दमों पर निछावर फूल ने बुत से कहा ख़ाक में मिल कर भी मैं ख़ुश्बू बचा ले जाऊंगा कौन-सी शै तुझको पहुँचाएगी तेरे शहर तक ये पता तो तब चलेगा जब पता ले जाऊंगा क़ोशिशें मुझको मिटाने की मुबारक़ हों मगर मिटते-मिटते भी मैं मिटने का मज़ा ले जाऊंगा शोहरतें जिनकी वजह से दोस्त-दुश्मन हो गए सब यहीं रह जाएंगी मैं साथ क्या ले जाऊंगा © Kumar Vishwas : कुमार विश्वास